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#आगम कहता है #व्यर्थ का #समय बचाओ #धर्म #ध्यान में लगाओ #jaindharm #vishuddhadeshna

तैयारी पट्टाचार्य महोत्सव सुमतिधाम इंदौर #jaindharm #विशुद्धसागर #vishudh #jaim

17/ 04/2025 | अष्टसहस्त्री | कारिका-14 , पृष्ठ 286 , प्र 13 भाग-2 | स्याद् वाद सप्तभंगी (13)

17/04/2025 | पुरुषार्थ सिद्धि उपाय | श्लोक 30 | प्रभावना अंग

16/ 04/2025 | अष्टसहस्त्री | कारिका-14 , पृष्ठ 286 , प्र 13 भाग-2 | स्याद् वाद सप्तभंगी (13)

17/04/2025 | जैन न्याय परीक्षामुख | अध्याय 3 सूत्र 89 | हेतु में अन्तर्भाव की विधि

17/04/2025 | नीतिवाक्यामृत | पुरोहित – 51 प्र 01 असमर्थ का उपकार निष्फल

यह #प्रतिज्ञा कर लेना कि पर के राग कभी किसी की #हत्या नहीं करेंगे #jaindharm

16 / 04 / 2025 स्वयंभू स्तोत्र | श्लोक – 51 प्रवचन 01 | वाणी का प्रभाव

तैयारी #श्रमणों का #महाकुंभ पट्टाचार्य महोत्सव #गोधा एस्टेट #इंदौर #jaindharm #jainmandir

आचार्य विशुद्ध सागर जी का पट्टाचार्य महा महोत्सव सुमतिधाम गोधा एस्टेट श्रमण महाकुम्भ #jaindharm #जैन

आचार्य चंद्र गुप्त सागर जी महाराज #jaindharm #ahinsa #vishuddhadeshna #jaindharm

16/04/2025 | पुरुषार्थ सिद्धि उपाय | श्लोक 30 | प्रभावना अंग

16/04/2025 | नीतिवाक्यामृत | पुरोहित – 51 प्र 01 असमर्थ का उपकार निष्फल

15/04/2025 | अध्यात्म अमृत कलश – 125 प्रवचन 03 | संवर से सुख

15/ 04 /2025 स्वयंभू स्तोत्र | श्लोक – 51 प्रवचन 01 | वाणी का प्रभाव

15/ 04/2025 | अष्टसहस्त्री | कारिका-14 , पृष्ठ 286 , प्र 13 भाग-2 | स्याद् वाद सप्तभंगी (13)

15/04/2025 | पुरुषार्थ सिद्धि उपाय | श्लोक 30 | प्रभावना अंग

15/04/2025 | नीतिवाक्यामृत | पुरोहित – 50 प्र 01 असमर्थ का उपकार निष्फल

15 / 04 / 2025 मुनि श्री विवर्धन सागर जी |

15/ 04 /2025 स्वयंभू स्तोत्र | श्लोक – 51 प्रवचन 01 | वाणी का प्रभाव

14/ 04/2025 | अष्टसहस्त्री | कारिका-14 , पृष्ठ 286 , प्र 13 भाग-2 | स्याद् वाद सप्तभंगी (13)

14/04/2025 | स्वयंभू स्तोत्र | श्लोक – 51 प्रवचन 01 | वाणी का प्रभाव

14/04/2025 | अध्यात्म अमृत कलश – 125 प्रवचन 03 | संवर से सुख

14/04/2025 | पुरुषार्थ सिद्धि उपाय | श्लोक 29 वात्सल्य अंग

14/04/2025 | नीतिवाक्यामृत | पुरोहित – 49 प्र 2 उपकार अपकार में गुण दोष विचार

14/04/2025 | जैन न्याय परीक्षामुख | अध्याय 3 सूत्र 89 | हेतु में अन्तर्भाव की विधि

#श्रमण परम्परा #विश्व की #मूल #परम्परा ओर #भारत का मूल #धर्म है #jains #motivation #jain #jain108

13/ 04/2025 | अष्टसहस्त्री | कारिका-14 , पृष्ठ 286 , प्र 13 भाग-2 | स्याद् वाद सप्तभंगी (13)

13/04/2025 |अध्यात्म अमृत कलश – 124 प्रवचन 01 | भवितव्यता
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